कितनी अनोखी है जयपुर के सिटी पैलेस की होली
जयपुर की होली अपने आप में अनोखी होती है। यहां की होली में परम्पराओं का निर्वाह सतत रूप से किया जाता रहा है। पूर्व राजपरिवार के सिटी पैलेस में सबसे पहले होलिका दहन होता है। फिर वहां से लेकर होली की आंच पुराने जयपुर शहर में फैलती है। इसके अलावा भी कई परम्पराएं होती हैं, जो पर्यटकों को लुभाती हैं।

इस त्यौहार पर पूर्व राजपरिवार के सदस्य भी लोगों के साथ रंग गुलाल से होली खेलते हैं। वे जहां रंगारंग प्रस्तुतियों को देखते हैं, सराहते हैं, वहीं पर्यटकों के साथ ही होली भी खेलते हैं।
इन सभी प्रस्तुतियों के बाद पर्यटक रंग और गुलाल से एक दूसरे को सराबोर करते हैं। इस दौरान उनकी आवभगत भी की जाती है। उनके खाने पीने के इंतजाम भी यहां किए जाते हैं।
इस त्यौहार पर पूर्व राजपरिवार के लोगों के साथ ही आम लोग भी शामिल होते हैं। इनमें हर उम्र हर तबके के लोग शामिल होते हैं। वे एक दूसरे गुलाल लगाकर होली के त्यौहार की बधाई देते हैं।